शिमला जिले के रामपुर में विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर स्कूली बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए एक भव्य रैली निकाली। इस रैली का शुभारंभ तहसीलदार परीक्षित कुमार ने हरी झंडी दिखाकर किया। रैली में पदम राजकीय बालक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, स्प्रिंगडेल पब्लिक स्कूल, कमला मेमोरियल पब्लिक स्कूल और डीएवी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी शामिल थे।
बच्चों ने रामपुर बाजार में एक परिक्रमा की और जोरदार नारे लगाए। साथ ही उन्होंने पेंटिंग और स्लोगन के जरिए लोगों को पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने और प्रदूषण, खासकर प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने का संदेश दिया। तहसीलदार परीक्षित कुमार ने बताया कि इस वर्ष की विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करना’ है। उन्होंने आगे बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1 जून 2025 से 500 मिलीलीटर से कम क्षमता वाली प्लास्टिक की पानी की बोतलों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इसके अलावा, सरकारी कार्यालयों और बैठकों में पीईटी बोतलों के उपयोग पर भी रोक लगाई जाएगी।
वन विभाग के वन परिक्षेत्र अधिकारी आयुष गुप्ता ने इस अवसर पर बच्चों को चुल्ली, रीठा और लोकाट के पौधे वितरित किए। उन्होंने बच्चों को वनों में आग लगने के खतरों और इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी जागरूक किया। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे ही हमें साफ हवा, पानी और जीवन के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करते हैं, इसलिए हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए।
कार्यक्रम में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रधानाचार्य आर.सी. गुप्ता समेत सभी स्कूलों के शिक्षक और स्टाफ भी मौजूद थे। सभी ने बच्चों के इस प्रयास की सराहना की और पर्यावरण संरक्षण के लिए ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देने की बात कही। यह रैली न केवल बच्चों को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाती है, बल्कि पूरे समाज में प्लास्टिक प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या के समाधान के लिए एक सकारात्मक संदेश भी पहुंचाती है। इस तरह के प्रयास पर्यावरण को सुरक्षित रखने और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।