जगराओं के मुल्लापुर दाखा इलाके में वार्ड नंबर 6 के एक पार्षद द्वारा गरीब परिवार के घर को जेसीबी से तोड़ देने का मामला सामने आया है। पीड़ित सतपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने यह मकान खरीदा था और उसकी रजिस्ट्री भी उनके पास मौजूद है। बावजूद इसके, पार्षद बलबीर चंद उर्फ बीरा ने उन पर अवैध कब्जा करने का झूठा आरोप लगाकर घर तोड़ दिया।
सतपाल ने बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने मकान खरीद कर कब्जा लिया था, लेकिन पार्षद बार-बार नगर कौंसिल में शिकायतें करते थे और उन्हें परेशान करते थे। कौंसिल चुनावों में सतपाल ने पार्षद के प्रतिद्वंद्वी को अपनी दुकान कार्यालय के रूप में दी थी, जिससे पार्षद नाराज था और इस झगड़े की शुरुआत हुई। पिछले महीने नगर कौंसिल ने सतपाल को नोटिस जारी किया, लेकिन उन्होंने अपनी रजिस्ट्री दिखाकर घर बनाने का वैध अधिकार साबित किया। इसके बावजूद पार्षद ने उनकी बात नहीं मानी और रजिस्ट्री को स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
इसके बाद पार्षद ने जेसीबी मशीन लेकर आकर सतपाल का घर तोड़ दिया, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ। सतपाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले पर कांग्रेस पार्टी ने भी सतपाल का समर्थन किया। कांग्रेस के हल्का इंचार्ज कैप्टन संदीप संधू ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस से कार्रवाई करने और आरोपी पार्षद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की। उन्होंने अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पार्षद बलबीर चंद और जेसीबी ऑपरेटर के खिलाफ थाना दाखा में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इनमें जान से मारने की धमकी देने, जान-माल को नुकसान पहुंचाने और गुंडागर्दी के आरोप शामिल हैं।
कांग्रेस नेता कैप्टन संदीप संधू ने पुलिस पर भी सवाल उठाए और कहा कि मुल्लापुर में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पार्षद की गुंडागर्दी के खिलाफ तुरंत कदम नहीं उठाए और पहले आरोपी से पूछताछ करने की बात कही, जिससे साफ पता चलता है कि इस पूरे मामले के पीछे किसी बड़ी साजिश का हाथ है। इस घटना ने न सिर्फ एक गरीब परिवार की जिंदगी बर्बाद कर दी है, बल्कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता को उम्मीद है कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में ऐसे अन्याय से बचा जा सके।