गुरुग्राम के बस स्टैंड के पास अवैध रूप से सड़कों पर रेहड़ियां लगाने का मामला अब माफिया के डर से प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। नगर निगम के नोडल अधिकारी डीटीपी (Enforcement) आरएस बाठ ने अवैध रेहड़ी हटाने के प्रयास किए तो माफिया ने खुलकर धमकी दे डाली कि कोई उन्हें गोली भी मार सकता है। यह पूरी घटना और बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मामला उस समय सामने आया जब आरएस बाठ की अगुवाई में नगर निगम, जीएमडीए और सीएमओ आशीष सिंगला की टीम ने बस स्टैंड के आसपास अवैध रेहड़ी हटाने की कार्रवाई शुरू की। इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कुछ रेहड़ी वालों और माफिया समर्थकों ने अधिकारियों से जमकर बहस की।
वायरल वीडियो में देखा गया कि जब अधिकारी ने एक रेहड़ी वाले से पूछा कि वे रेहड़ी क्यों नहीं हटाते तो उसने जवाब दिया कि माफिया के डर से वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। उसने खुलकर कहा, “अगर नाम लूंगा तो कोई गोली भी मार सकता है और डीटीपी साहब आपको भी कोई गोली मार देगा।” यह सुनते ही आरएस बाठ भी हैरान रह गए।
आरएस बाठ ने बताया कि वे कई बार इस अवैध कारोबार को खत्म करने के लिए कार्रवाई कर चुके हैं। अब तक बस स्टैंड के आस-पास करीब 40 से अधिक रेहड़ियां तोड़ी जा चुकी हैं, लेकिन माफिया का दबदबा इतना है कि अगली सुबह फिर से रेहड़ियां लगा दी जाती हैं। जांच में पता चला कि कुछ रेहड़ी वाले लाइसेंस और अनुमति लेकर काम कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर रेहड़ियां दबंग और प्रभावशाली लोगों के इशारे पर चल रही हैं। ये लोग रेहड़ी वालों से भारी रकम लेकर उन्हें अवैध कब्जा दिलाते हैं।
नोडल अधिकारी आरएस बाठ ने कहा कि कई रेहड़ियां ऐसे लोगों द्वारा लगाई जा रही हैं जिनकी पहचान तक स्पष्ट नहीं है। उनके पास फर्जी दस्तावेज हो सकते हैं, जिससे शहर में सुरक्षा और व्यवस्था दोनों प्रभावित हो रही हैं। ये अवैध रेहड़ियां असामाजिक तत्वों के लिए छिपने का ठिकाना भी बन सकती हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस, नगर निगम और जीएमडीए मिलकर इस माफिया राज को खत्म करने के लिए कड़ी कार्रवाई करेंगे। प्रशासन आम जनता से भी अपील करता है कि बिना लाइसेंस वाली रेहड़ियों से सामान न खरीदें और ऐसी संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें। इस घटना ने गुरुग्राम के सार्वजनिक स्थानों पर अवैध कब्जे और माफिया के बढ़ते प्रभाव की गंभीरता को फिर से उजागर कर दिया है। प्रशासन की यह चुनौती है कि वह कैसे सड़कों पर कानून व्यवस्था कायम रखे और आम नागरिकों को सुरक्षित वातावरण दे।