हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के नाहन उपमंडल स्थित बड़ा बन गांव के रहने वाले लांस नायक मनीष ठाकुर सिक्किम में ड्यूटी के दौरान एवलांच की चपेट में आकर शहीद हो गए। हादसा बीती शाम करीब 7:30 बजे हुआ, जब वह अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। महज 27 वर्ष की उम्र में देश सेवा करते हुए उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
शहीद मनीष का जन्म 15 जनवरी 1998 को हुआ था और वे 15 सितंबर 2016 को सेना में भर्ती हुए थे। मनीष थ्री-डोगरा यूनिट में तैनात थे और वर्तमान में सिक्किम के छत्ते गांव में ड्यूटी दे रहे थे। सैनिक कल्याण बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर रिटायर्ड मेजर दीपक धवन ने बताया कि प्रशासन को शहादत की सूचना दे दी गई है।
शहीद की पार्थिव देह को हेलिकॉप्टर के माध्यम से आज चंडीगढ़ लाया जा रहा है। यदि मौसम अनुकूल रहा, तो आज शाम तक पार्थिव शरीर चंडीगढ़ पहुंच जाएगा और कल उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मनीष की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी। पत्नी तनु देवी, माता किरण बाला और पिता जोगिंदर सिंह के लिए यह अत्यंत दुखद क्षण है। हालांकि, परिवार को मनीष की शहादत पर गर्व भी है। जैसे ही गांव में यह खबर पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। हर आंख नम हो उठी, लेकिन मनीष की वीरता पर सभी को गर्व है।
सिरमौर की उपायुक्त प्रियंका वर्मा ने भी मनीष ठाकुर की शहादत की पुष्टि करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। मनीष की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है। गांववासी उन्हें अंतिम विदाई देने की तैयारियों में जुट गए हैं। देश का यह सपूत अमर रहेगा, जिसने अपने कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देकर मातृभूमि की रक्षा की मिसाल पेश की।