पंजाब के फिरोजपुर जिले के गुरुहरसहाय इलाके में आम आदमी पार्टी (AAP) के एक युवा सरपंच ने खुद को गोली मारकर जान दे दी। यह दुखद घटना शनिवार की देर रात हुई। मृतक की पहचान गांव तरिडा के 25 वर्षीय जशनप्रीत बावा के रूप में हुई है। वह कुश्ती के खिलाड़ी भी थे और अपने क्षेत्र में सक्रिय सरपंच थे।
जशनप्रीत ने आत्महत्या से पहले अपने सोशल मीडिया पर एक गजल शेयर की थी, जिसमें उन्होंने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया था। परिवार वालों और दोस्तों का कहना है कि जशनप्रीत राजनीतिक उपेक्षा और विकास के कामों में बाधा आने के कारण काफी परेशान था। वे खासकर स्थानीय विधायक और उनके निजी सहायक से दुखी थे।
घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया। शोक व्यक्त करने आए विधायक के निजी सहायक से ग्रामीणों के बीच धक्कामुक्की हो गई। इस घटना को देखते हुए विधायक को पुलिस बल के साथ मौके पर आना पड़ा ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। अंतिम संस्कार के समय भी गांव में विधायक के खिलाफ नारे लगाए गए।
जशनप्रीत के पिता तरसेम लाल ने पुलिस को बताया कि उन्होंने रात में बेटे के साथ खाना खाया था और फिर सोने चले गए थे। करीब सवा ग्यारह बजे जशनप्रीत बाथरूम से निकले और फिर अपने लाइसेंसी पिस्तौल से खुद को गोली मार ली। परिवार का कहना है कि घर में किसी तरह की कोई लड़ाई या विवाद नहीं था।
जशनप्रीत की मां ने कहा कि उनका बेटा राजनीतिक दबाव और विधायक के निजी सहायक से बहुत परेशान था। उन्होंने बताया कि शनिवार को गांव में विधायक और उनके सहयोगी एक बैठक के लिए आए थे, लेकिन जशनप्रीत को फोन करके बुलाया गया था, जो वह नहीं पहुंच पाए।
ग्रामीण और रिश्तेदारों का कहना है कि विधायक और उनके लोग विपक्षी दलों का साथ दे रहे थे, जिससे जशनप्रीत को मानसिक दबाव था। इसी तनाव में उसने यह आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिवार की तरफ से किसी पर भी इस घटना के लिए आरोप नहीं लगाए गए हैं। हालांकि, गांव में यह मामला राजनीतिक और सामाजिक विवाद का विषय बना हुआ है।