देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। इस समय देशभर में कोरोना के कुल 3207 एक्टिव केस हैं। इनमें से सबसे ज़्यादा मामले केरल (1147 केस) और महाराष्ट्र (681 केस) में हैं। यानी देश के करीब 60% एक्टिव केस सिर्फ इन दो राज्यों से हैं।
मौतों की बात करें तो अब तक कुल 20 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से सबसे ज़्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। कर्नाटक के मैसूर में 63 साल के एक बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई, जो राज्य में इस वायरस से तीसरी मौत है।
अन्य राज्यों की स्थिति:
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राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और केरल में कुल 13 मौतें दर्ज की गई हैं।
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दिल्ली, गुजरात, पंजाब और तमिलनाडु में भी 1-1 व्यक्ति की कोरोना से मौत की पुष्टि की गई है।
गुजरात की एक चिंताजनक खबर में, अहमदाबाद में एक दिन के नवजात शिशु की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसे ICU में रखा गया है। शिशु की मां भी कुछ दिन पहले संक्रमित पाई गई थीं, हालांकि अब वह ठीक हो चुकी हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों की स्थिति:
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मिजोरम में 7 महीने बाद कोरोना के दो नए मामले मिले हैं। ये मरीज आइजोल के पास जोरम मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं।
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मेघालय में भी 7 महीने बाद 2 नए केस सामने आए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह:
स्वास्थ्य विभाग और IDSP ने लोगों से डरने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि:
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मास्क पहनें,
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हाथ बार-बार धोएं या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें,
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भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
महाराष्ट्र में टेस्टिंग की स्थिति:
महाराष्ट्र में जनवरी 2025 से अब तक कुल 9592 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। शुक्रवार को यहां 84 नए मामले सामने आए। अकेले मुंबई में 681 एक्टिव केस हैं।
जम्मू-कश्मीर में भी दो केस सामने आए हैं। ये दोनों मरीज केरल के रहने वाले हैं और श्रीनगर के सरकारी डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं।
नए वैरिएंट्स की जानकारी:
ICMR के अनुसार भारत में कोरोना के चार नए वैरिएंट मिले हैं – LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1। इनमें JN.1 वैरिएंट सबसे आम है और देश में आधे से ज़्यादा केस इसी से जुड़े हैं।
विशेष बातें:
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JN.1 वैरिएंट पहली बार अगस्त 2023 में पाया गया था।
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यह ज्यादा आसानी से फैलता है लेकिन ज़्यादा गंभीर नहीं है।
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इसके लक्षण कई दिनों या हफ्तों तक रह सकते हैं।
WHO का कहना है कि ये वैरिएंट अभी ‘चिंता का कारण’ नहीं हैं, लेकिन निगरानी ज़रूरी है।
देश में कोरोना अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। हालांकि स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाएं।