शुक्रवार को शिमला में सेना ने एक पर्यटक को जासूसी के शक में पकड़ा। यह युवक आर्मी ट्रेनिंग सेंटर के बाहर घूम रहा था और वहाँ तैनात जवानों से पूछ रहा था कि कौन-कौन अफसर यहाँ काम करते हैं। उसकी हरकतों पर जवानों को शक हुआ, तो उसे तुरंत पकड़ लिया गया और पूछताछ के बाद पुलिस को सौंप दिया गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि युवक का नाम कैबिन जोन ट्रेसलर है। वह उत्तर प्रदेश के नोएडा, सेक्टर-45 में प्रतीक स्टाइलोम सोसाइटी में रहता है। उसके पास अमेरिका (USA) की नागरिकता भी है और वह अब तक पाकिस्तान और चीन समेत करीब 60 देशों की यात्रा कर चुका है। उसके पिता भारतीय सेना से रिटायर हो चुके थे और उनकी मौत कोरोना के दौरान हुई थी।
युवक 28 मई से शिमला के होटल ‘प्रेस्टीज’ के कमरे नंबर 307 में ठहरा हुआ था। पुलिस ने उसके कमरे की भी तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। पुलिस ने बताया कि युवक कोका-कोला कंपनी में “ब्रीफर” के तौर पर काम करता है और अपने काम के सिलसिले में ही अलग-अलग देशों में गया है। शिमला वह सिर्फ घूमने आया था। उसके पास अमेरिका की नागरिकता भी है।
SP शिमला गौरव सिंह ने बताया कि जांच में कोई संदिग्ध सबूत नहीं मिले और दी गई शिकायत सही नहीं पाई गई। इसलिए युवक को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है, लेकिन उसे कहा गया है कि भविष्य में अगर ज़रूरत पड़ी तो उसे फिर से पुलिस के संपर्क में आना होगा। हाल के दिनों में पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में कई लोग जासूसी के शक में पकड़े जा चुके हैं। दो दिन पहले ही कांगड़ा में एक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।