पंचकूला: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), पंचकूला ने निराश्रित और बेसहारा बच्चों को कानूनी पहचान देने और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए ‘साथी’ नामक एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशों पर शुरू किया गया है।
इस अभियान का उद्देश्य उन बच्चों तक पहुंचना है जिनके पास कोई कानूनी दस्तावेज या पहचान नहीं है। अभियान के तहत उन्हें आधार कार्ड, मुफ्त कानूनी सहायता और सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
DLSA की सचिव और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री अपर्णा भारद्वाज की अध्यक्षता में एक जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति में तहसीलदार (पंचकूला और कालका), जिला बाल संरक्षण अधिकारी, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल आश्रय गृहों (जैसे बाल निकेतन, शिशु गृह, आशियाना) के प्रतिनिधि, पैनल वकील और पैरा लीगल वालंटियर शामिल किए गए हैं।
यह समिति क्षेत्रवार सर्वेक्षण कर यह सुनिश्चित करेगी कि जिन बच्चों को कोई पहचान नहीं है, उन्हें आवश्यक कानूनी सहायता और दस्तावेज मिल सकें। सुश्री भारद्वाज ने बताया कि ‘साथी’ अभियान यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी बच्चा केवल पहचान के अभाव में अपने मूल अधिकारों से वंचित न रहे।
प्राधिकरण ने आम लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी ऐसे निराश्रित बच्चे की जानकारी हो या अभियान में सहायता की आवश्यकता हो, तो वे हेल्पलाइन नंबर 0172-2585566 या टोल फ्री नंबर 15100 पर संपर्क करें।
यह अभियान बच्चों को न केवल कानूनी पहचान दिलाएगा, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से भी जोड़ेगा और एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर देगा।