Thursday, August 14, 2025

पूर्व मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा का निधन: आज चंडीगढ़ में अंतिम दर्शन, कल पैतृक गांव उभावाल में संस्कार

शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा का बुधवार, 28 मई 2025 को निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें 27 मई को गंभीर हालत में फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के अनुसार, उन्हें निमोनिया और दिल से संबंधित कई जटिलताएं थीं, जो उम्र के कारण और गंभीर हो गई थीं। 28 मई की शाम लगभग 5:05 बजे उनका कार्डियक अरेस्ट हो गया, जिसके बाद डॉक्टरों के प्रयासों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।

ढींढसा के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा परमिंदर सिंह ढींढसा (जो खुद पंजाब सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं) और दो बेटियां हैं। सुखदेव सिंह ढींढसा पंजाब के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक थे, प्रकाश सिंह बादल के बाद।

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उनके पार्थिव शरीर को आज सुबह लगभग 11 बजे फोर्टिस अस्पताल से चंडीगढ़ के सेक्टर-2 स्थित उनके घर लाया जाएगा, जहां लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद 30 मई को सुबह 8 बजे उनका पार्थिव शरीर चंडीगढ़ से राजपुरा, पटियाला, भवानीगढ़ होते हुए संगरूर के आवास पर पहुंचेगा, जहां संगत अंतिम दर्शन करेगी। लगभग 3 बजे संगरूर से उनके पैतृक गांव उभावाल (जिला संगरूर) में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पिछले साल उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब ने 10 दिन की धार्मिक सजा दी थी। यह सजा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी देने, केस वापस लेने और बेअदबी के मामलों पर दी गई थी। इसके बाद ढींढसा ने व्हीलचेयर पर बैठकर गोल्डन टेंपल के गेट पर पहरेदारी की थी। 5 से 14 दिसंबर 2024 के बीच उन्होंने विभिन्न धार्मिक स्थलों पर सेवा और पहरेदारी की, जिसमें उम्र और स्वास्थ्य के कारण कुछ कार्यों से छूट भी मिली थी।

उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अन्य कई नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सुखदेव सिंह ढींढसा की राजनीति और सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण छाप रही है, जिन्हें याद किया जाएगा।

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