हरियाणा के युवाओं के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश के महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय (एमएचयू), करनाल में बीएससी (ऑनर्स) हॉर्टिकल्चर कोर्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस कोर्स के लिए कुल 150 सीटें तय की गई हैं, जिसमें 117 सीटें हरियाणा के विद्यार्थियों के लिए और 33 सीटें ऑल इंडिया स्तर पर भरी जाएंगी। इच्छुक विद्यार्थी 15 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
एमएचयू के कुलपति प्रो. सुरेश मल्होत्रा ने जानकारी दी कि इस बार पहली बार अंबाला जिले के चांदसौली गांव स्थित बागवानी महाविद्यालय में भी बीएससी हॉर्टिकल्चर की कक्षाएं शुरू होंगी। इस कॉलेज में 30 सीटें उपलब्ध रहेंगी, जिनमें से 23 सीटें हरियाणा के छात्रों के लिए और 7 सीटें देशभर के विद्यार्थियों के लिए आरक्षित रहेंगी। यह कोर्स चार वर्षों का होगा।
इसी तरह करनाल जिले के अंजनथली, नीलोखेड़ी में स्थित बागवानी महाविद्यालय में 120 सीटें तय की गई हैं। इनमें 94 सीटें हरियाणा के विद्यार्थियों को मिलेंगी, जबकि 26 सीटें अन्य राज्यों के छात्रों के लिए आरक्षित होंगी। बीएससी (ऑनर्स) हॉर्टिकल्चर कोर्स में दाखिला लेने के लिए विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा मेडिकल, नॉन-मेडिकल या एग्रीकल्चर विषयों से पास होना जरूरी है।
एमएचयू में एमएससी हॉर्टिकल्चर के विभिन्न विषयों में भी दाखिले शुरू हो चुके हैं। फ्रूट साइंस, वेजिटेबल साइंस और फ्लोरिकल्चर एंड लैंडस्केपिंग जैसे विषयों में एमएससी कोर्स के लिए सीमित सीटें उपलब्ध हैं। फ्रूट साइंस और वेजिटेबल साइंस में 4-4 सीटें रखी गई हैं, जिनमें से 3 सीटें हरियाणा के लिए और 1 सीट ऑल इंडिया के लिए आरक्षित है। फ्लोरिकल्चर एंड लैंडस्केपिंग में 2 सीटें हैं, जिनमें एक-एक सीट राज्य और अन्य राज्यों के विद्यार्थियों के लिए निर्धारित है।
एमएचयू के कुलपति ने बताया कि दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और आवेदन विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट mhu.ac.in पर जाकर किया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि समय रहते आवेदन करें, ताकि उन्हें वांछित कॉलेज और कोर्स में दाखिला मिल सके।
यह मौका खासकर उन छात्रों के लिए बेहतरीन है जो कृषि और बागवानी के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। सरकारी और निजी क्षेत्र में हॉर्टिकल्चर विशेषज्ञों की बढ़ती मांग को देखते हुए यह कोर्स भविष्य की दृष्टि से भी काफी लाभदायक साबित हो सकता है।