पंजाब के संगरूर जिले के सिविल अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला खुद को नर्स बताकर नवजात बच्चे को चुराने की कोशिश करने लगी। महिला वार्ड में घुसकर पहले बच्चों से खेलने लगी, लेकिन उसकी हरकतें संदिग्ध लगीं। जब लोगों ने उससे पहचान पत्र मांगा, तो वह घबरा गई और कोई जवाब नहीं दे सकी। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस जांच में पता चला कि महिला का नाम सुमिति है और वह लुधियाना जिले के सलेम टाबरी की रहने वाली है। पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 137 (2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
घटना 23 मई की है। पीड़ित रोहित कुमार ने बताया कि उनका बच्चा सिविल अस्पताल में पैदा हुआ था। उसी दौरान एक महिला आई, जो खुद को नर्स बता रही थी। वह पहले उनके बच्चे से खेलने लगी और फिर अचानक दूसरे बच्चे की ओर बढ़ गई। जब शक हुआ तो परिजनों ने उसे वहां से हटा दिया।
एक अन्य परिजन हरपाल ने बताया कि जब उन्होंने महिला को अपनी नवजात बच्ची को दूसरे वार्ड में ले जाते हुए देखा तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने अस्पताल के असली स्टाफ से बात की तो पता चला कि वह महिला अस्पताल की कर्मचारी नहीं है। जब लोगों ने उसे रोका और पूछताछ शुरू की तो वह जवाब नहीं दे सकी। इसी बीच, वह एक और बच्चा उठाने की कोशिश कर रही थी।
आईडी मांगने पर महिला घबरा गई और कोई प्रमाण नहीं दिखा सकी। इसी दौरान अस्पताल का असली स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया। महिला की हरकतों पर शक यकीन में बदल गया और लोगों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपी महिला ने मीडिया से बातचीत में खुद को लुधियाना निवासी बताया है। पुलिस उसके परिवार से संपर्क में है। अभी तक महिला के खिलाफ कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि वह इस तरह की घटना को अंजाम देने अस्पताल क्यों पहुंची थी और कहीं इसके पीछे कोई गिरोह तो सक्रिय नहीं है।