पंजाब सरकार ने 31 मई को सभी स्कूलों में पैरेंट-टीचर मीटिंग (PTM) आयोजित करने का फैसला किया है। यह मीटिंग प्राइमरी, मिडिल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में होगी। इसमें सभी अभिभावकों का आना अनिवार्य होगा और स्कूल के प्रिंसिपल इसका संचालन करेंगे। इस मीटिंग में तीन मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
पहला मुद्दा है छुट्टियों में बच्चों को दिए जाने वाले होमवर्क के बारे में। अभिभावकों को बताया जाएगा कि बच्चों को छुट्टियों के दौरान क्या-क्या काम करने होंगे और उन्हें प्रेरित करने के लिए सुझाव दिए जाएंगे ताकि बच्चे नियमित पढ़ाई कर सकें।
दूसरा मुद्दा है महीनेवार टेस्ट का। स्कूल 2 जुलाई से गर्मी की छुट्टियां शुरू करेंगे, लेकिन 15 जुलाई से बच्चों के महीनेवार टेस्ट शुरू होंगे। इस टेस्ट का सिलेबस और तैयारी के बारे में अभिभावकों को विस्तार से जानकारी दी जाएगी ताकि वे बच्चों की मदद कर सकें।
तीसरा और खास पहलू है ‘मिशन समर्थ’ योजना का। यह योजना तीसरी से आठवीं कक्षा के बच्चों के लिए है। इस दौरान, गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को वीडियो लेक्चर और प्रैक्टिस प्रश्न भेजे जाएंगे, जिससे उनकी पढ़ाई में रुकावट न आए और वे नए सत्र के लिए बेहतर तैयार हो सकें।
पंजाब में कुल 18 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूल हैं, जिनमें लगभग 30 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। इसके अलावा, लगभग उतने ही बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। शिक्षकों को सिंगापुर और आईआईएम अहमदाबाद जैसे संस्थानों से ट्रेनिंग दी जा रही है। सरकार का मानना है कि इन प्रयासों से सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहतर होगी और बच्चों के परिणामों में सुधार आएगा।
यह पैरेंट-टीचर मीटिंग न केवल अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई की स्थिति समझाने का मौका देगी, बल्कि उन्हें सक्रिय रूप से शामिल भी करेगी, जिससे बच्चों की पढ़ाई और विकास दोनों बेहतर होंगे।