पंजाब के युवाओं द्वारा गैरकानूनी तरीके से विदेश जाने की प्रवृत्ति एक बार फिर चर्चा में है। कोलंबिया में फंसे पंजाब के पांच युवकों में से तीन को तो सरकार ने बचा लिया, लेकिन अफसोस की बात है कि वे फिर से उसी खतरनाक रास्ते पर निकल पड़े। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पंजाब सरकार के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने युवाओं को सचेत किया है और अपील की है कि वे अवैध रास्तों से विदेश न जाएं।
मंत्री धालीवाल ने बताया कि करनदीप सिंह, गुरनाम सिंह और रमनदीप सिंह सहित पांच युवक अमेरिका जाने की कोशिश में कोलंबिया में फंस गए थे। जब सरकार को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत भारतीय दूतावास के जरिए युवकों को सुरक्षित बाहर निकालने की व्यवस्था की। युवकों को कोलंबिया में एक सुरक्षित होस्टल में रखा गया था और उन्हें भारत वापस लाने के लिए टिकट का इंतजाम किया जा रहा था।
लेकिन कुछ ही दिनों बाद एक ईमेल के जरिए पता चला कि करनदीप, गुरनाम और रमन फिर से होस्टल से भाग गए हैं। यह खबर सरकार के लिए ही नहीं, उनके परिवारों के लिए भी बेहद दुखद और चिंताजनक थी। मंत्री धालीवाल ने साफ तौर पर कहा कि वो हर बार युवाओं को इस तरह जोखिम से नहीं बचा सकते।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और मानव तस्करों की झूठी बातों में आकर युवा जान जोखिम में डाल रहे हैं। अमेरिका पहुंचने के लिए जो रास्ता वे चुनते हैं, उसमें कोलंबिया का दरियन गैप नामक क्षेत्र शामिल है, जो घने जंगलों और खतरनाक इलाकों से भरा हुआ है। कई बार इन रास्तों में युवाओं की मौत तक हो चुकी है।
मंत्री ने अपील की कि पंजाब के युवा पढ़-लिखकर कानूनी और सुरक्षित तरीके से विदेश जाएं। उन्होंने कहा, “हमारे बच्चे अगर मेहनत करें, तो अपने देश में भी सम्मान की जिंदगी जी सकते हैं। विदेश जाना गलत नहीं, पर गैरकानूनी तरीका अपनाना बिल्कुल गलत है।”
यह घटना न केवल इन युवकों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक सबक है कि जल्दबाज़ी और गलत फैसले किसी की जिंदगी को तबाह कर सकते हैं। सरकार और समाज को मिलकर युवाओं को जागरूक करना होगा ताकि वे ऐसे खतरनाक रास्तों पर चलने से बचें।