Thursday, August 14, 2025

हरियाणा में कोरोना की रफ्तार तेज: गुरुग्राम के डॉक्टर सहित 72 घंटे में मिले 8 नए मरीज, प्रशासन अलर्ट पर

हरियाणा में कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेज़ी से पैर पसार रहा है। बीते 72 घंटों में राज्य में 8 नए मरीज सामने आए हैं, जिनमें गुरुग्राम में रहने वाले एक डॉक्टर भी शामिल हैं। यह डॉक्टर दिल्ली के एक निजी अस्पताल में कार्यरत हैं और रोजाना गुरुग्राम से दिल्ली अप-डाउन करते हैं। सेक्टर-38 निवासी इस डॉक्टर को कई दिनों से बुखार था, जिसके बाद उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। वर्तमान में डॉक्टर होम आइसोलेशन में हैं और उनकी कोई विदेशी यात्रा की हिस्ट्री नहीं है।

गुरुग्राम में पिछले तीन दिनों में यह चौथा कोरोना केस है। नोडल अधिकारी डॉ. जेपी राजलीवाल ने पुष्टि की है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही अब तक फरीदाबाद में तीन और यमुनानगर में एक मरीज की पुष्टि हो चुकी है। इन मरीजों में सॉफ्टवेयर डेवलपर, सिक्योरिटी गार्ड और अस्पताल की महिला मैनेजर जैसे विभिन्न पेशों से जुड़े लोग शामिल हैं। संक्रमितों में 4 महिलाएं हैं। सभी मरीजों की हालत स्थिर है और उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है।

- Advertisement -

फरीदाबाद में 28 वर्षीय सिक्योरिटी गार्ड को कुछ दिनों से बुखार और खांसी की शिकायत थी। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसका टेस्ट किया गया, जिसमें कोरोना की पुष्टि हुई। इसी जिले के दयालबाग में रहने वाला 25 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर जो वर्क फ्रॉम होम कर रहा था, उसे भी बुखार और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद पॉजिटिव पाया गया।

गुरुग्राम में सेक्टर 70 निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग में भी कोरोना के लक्षण पाए गए। जांच के बाद उन्हें भी संक्रमित घोषित कर दिया गया और घर पर आइसोलेट कर दिया गया है। संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान कर टेस्टिंग की जा रही है। यमुनानगर की 50 वर्षीय महिला जो कुछ दिन पहले मोहाली में एक धार्मिक कार्यक्रम में गई थी, भी कोरोना संक्रमित पाई गई है। महिला को अस्थमा की पुरानी बीमारी भी है, जिससे उसकी स्थिति और अधिक चिंताजनक बनी हुई है।

राज्य सरकार ने तेजी से फैलते संक्रमण को देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग प्रक्रिया तेज कर दी है। रोहतक PGI में कोरोना मरीजों के लिए बैड आरक्षित कर दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेंडरों और अन्य जरूरी संसाधनों का पहले से प्रबंध सुनिश्चित किया जाए। गौरतलब है कि वर्तमान में जिन मरीजों की पहचान हुई है, उनमें से अधिकतर की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, जिससे संक्रमण के लोकल ट्रांसमिशन की आशंका बढ़ गई है। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और किसी भी स्थिति में लापरवाही न बरतें।

E-Paper
RELATED ARTICLES

Most Popular




More forecasts: oneweather.org