पंजाब के लुधियाना शहर में पुलिस ने एक मिसाल कायम करते हुए मोगा के डॉक्टर राजीव जिंदल का खोया हुआ कीमती बैग सिर्फ 24 घंटे के भीतर ढूंढकर उन्हें लौटा दिया। इस बैग में 6 लाख 68 हजार रुपये नगद और 9 तोले सोना रखा हुआ था। डॉक्टर अपनी पत्नी के इलाज के लिए डीएमसी अस्पताल आए थे और लौटते समय यह बैग एक ई-रिक्शा में भूल गए थे।
एसीपी गुरइकबाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि डॉक्टर जिंदल मोगा से पत्नी के इलाज के लिए लुधियाना आए थे। जब वह किसी ई-रिक्शा में सवार हुए तो इलाज के दौरान की भागदौड़ में वह अपना बैग रिक्शा में ही भूल गए। जब उन्हें याद आया तो रिक्शा जा चुका था। बैग में बड़ी रकम और सोना होने के कारण डॉक्टर जिंदल काफी घबरा गए और उन्होंने तुरंत डीएमसी पुलिस चौकी में जाकर इसकी जानकारी दी।
शिकायत मिलते ही थाना डिवीजन नंबर 8 की पुलिस टीम हरकत में आई। शहर में लगे ‘सेफ सिटी’ कैमरों की मदद ली गई और ई-रिक्शा को ट्रेस किया गया। पुलिस को यह जानकर राहत मिली कि रिक्शा चालक भी ईमानदार निकला। उसने बैग को सुरक्षित अपने पास रखा हुआ था और वह भी डॉक्टर को ढूंढ रहा था ताकि बैग लौटाया जा सके।
एसएचओ अमृतपाल शर्मा ने बताया कि रिक्शा चालक ने बैग को किसी भी तरह की हानि नहीं पहुंचाई और वह पुलिस के संपर्क में रहा। आखिरकार बैग डॉक्टर जिंदल को सौंप दिया गया। डॉक्टर जिंदल ने पंजाब पुलिस और ईमानदार रिक्शा चालक का दिल से धन्यवाद किया और कहा कि इस घटना से उनका पुलिस प्रशासन पर भरोसा और मजबूत हुआ है।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि यदि प्रशासन और आम नागरिक ईमानदारी और जिम्मेदारी से काम करें, तो समाज में विश्वास और सुरक्षा का माहौल बनाना संभव है।