Friday, August 15, 2025

करनाल में विदेशी सपनों के नाम पर 12 लाख की ठगी: वीजा का झांसा देकर कंपनी ने बंद किया दफ्तर, धमकियां देकर हुए फरार

हरियाणा के करनाल जिले के दो परिवारों के साथ बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। इन परिवारों से वीजा दिलाने के नाम पर एक फर्जी एजेंसी ने कुल 12 लाख रुपए ऐंठ लिए। पीड़ितों ने करनाल के पुलिस अधीक्षक को इस मामले की शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

पीड़ितों बूटा सिंह (नेवल गांव) और राकेश कुमार (फुसगढ़ गांव) ने बताया कि दिसंबर 2023 में उन्हें ‘रूद्राक्ष ग्रुप’ नामक वीजा एजेंसी की काउंसलर कोमल का फोन आया। कोमल ने दावा किया कि वह उनके बेटों को कम खर्च में कनाडा का वर्क परमिट दिला सकती है। शुरुआत में दोनों परिवारों ने गूगल पे से 10-10 हजार रुपए बतौर रजिस्ट्रेशन फीस ट्रांसफर कर दिए।

- Advertisement -

इसके बाद वे मोहाली में कंपनी के ऑफिस पहुंचे, जहां कंपनी के कई कर्मचारियों—राकेश रिखी, मोहित शर्मा, अमित शर्मा, सौरव वर्मा, सिद्धार्थ, कोमल और नीतू शर्मा—ने उन्हें भरोसा दिलाया कि तीन महीने में वीजा मिल जाएगा। इसके लिए कुल 10 लाख रुपए की डील तय हुई। कंपनी ने केवल 100 रुपए के स्टांप पेपर पर एक एग्रीमेंट कराया, लेकिन कोई रसीद नहीं दी।

कुछ दिन बाद कंपनी ने दो लाख रुपए और नकद में मांगे, जो बिना रसीद दिए ही ले लिए गए। इस तरह दोनों परिवारों ने कुल 12 लाख रुपए कंपनी को दे दिए। आरोपियों ने बाद में बच्चों के नाम पर कुछ कागज दिखाए और कहा कि वीजा आ चुका है, लेकिन जब फोटो कॉपी मांगी गई तो इनकार कर दिया गया। इसके बाद से कंपनी टालमटोल करने लगी।

27 सितंबर 2024 को आरोपी सौरव वर्मा ने एक पेपर पर लिखा कि अगर 15 दिसंबर 2024 तक वीजा नहीं आया तो पैसे वापस कर देंगे। लेकिन ना वीजा आया और ना पैसे वापस किए गए। जब पैसे मांगने गए तो धमकियां दी गईं और मोबाइल फोन भी बंद कर दिए गए। मोहाली स्थित दफ्तर पर ताला मिला और आसपास पूछने पर पता चला कि एजेंसी के लोग कई और लोगों से भी इसी तरह ठगी कर चुके हैं और अब फरार हो चुके हैं।

पीड़ितों ने पहले भी पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब पुलिस अधीक्षक के पास जाने के बाद कुंजपुरा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। जांच अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

यह मामला उन हजारों युवाओं के लिए सबक है, जो विदेश जाने की जल्दी में बिना जांच-पड़ताल किए ऐसे एजेंटों के झांसे में आ जाते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी वीजा या विदेश नौकरी से जुड़ी स्कीम में पैसे देने से पहले एजेंसी की प्रमाणिकता जरूर जांचें।

E-Paper
RELATED ARTICLES

Most Popular




More forecasts: oneweather.org