हरियाणा के अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर उस समय हंगामा मच गया, जब लोकल ट्रेन के घंटों लेट होने से नाराज़ यात्रियों ने वंदेभारत एक्सप्रेस को जबरदस्ती रोक दिया। ये यात्री जनरल टिकट लेकर सफर कर रहे थे और उन्हें हिमाचल के इंदौरा जाना था, लेकिन उनकी नियमित लोकल ट्रेन तय समय से करीब 3 घंटे देरी से पहुंची। गुस्साए यात्रियों ने वंदेभारत के दरवाजे खोलने की कोशिश की और जब उन्हें रोका गया, तो वे सीधे रेलवे ट्रैक पर उतर आए और ट्रेन के सामने खड़े हो गए।
दरअसल, यह पूरा विवाद अंबाला से इंदौरा के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन को लेकर शुरू हुआ। पहले यह ट्रेन सुबह 7:30 बजे अंबाला कैंट से चलती थी, जिससे यात्री चंडीगढ़ या PGI अस्पताल जैसे स्थानों पर समय पर पहुंच जाते थे। लेकिन रेलवे ने इस ट्रेन को अब हिसार के रायपुर तक बढ़ा दिया है। इससे इसका समय लगातार बिगड़ रहा है। यात्रियों का आरोप है कि अब यह ट्रेन एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों को रास्ता देने के चलते हर रोज लेट हो रही है।
23 मई की सुबह ट्रेन 3 घंटे देर से आई, जिससे गुस्साए यात्री ड्यूटी पर नहीं जा सके। इसी बीच जब नई दिल्ली से इंदौरा जा रही वंदेभारत एक्सप्रेस अंबाला पहुंची, तो लोगों ने मांग की कि उन्हें इसमें बैठने दिया जाए क्योंकि यह भी चंडीगढ़ होकर ही जाती है। पर वंदेभारत में बिना रिजर्वेशन चढ़ने की अनुमति नहीं होती। रेलवे कर्मचारियों ने जब मना किया, तो भीड़ भड़क उठी और ट्रेन के आगे ट्रैक पर खड़ी हो गई।
करीब 20 मिनट तक अंबाला कैंट स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। यात्री जोर-जोर से नारेबाजी करते रहे और ट्रेन को चलने से रोके रखा। मौके पर पुलिस और रेलवे अधिकारी पहुंचे और काफी समझाने के बाद यात्री माने। रेल प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि अगले दिन से लोकल ट्रेन को समय पर चलाया जाएगा। इसके बाद ही यात्री ट्रैक से हटे और वंदेभारत को 18 मिनट की देरी से रवाना किया जा सका।
यह घटना बताती है कि लोकल ट्रेनें आम लोगों की जिंदगी से कितनी जुड़ी हुई हैं और समय पर न चलने पर कैसी परेशानियां सामने आती हैं। रेलवे को इस ओर जल्द ध्यान देने की जरूरत है।