मोहाली जिले के झंजेड़ी स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां बीबीए सेकंड ईयर के एक छात्र ने हॉस्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र की पहचान 19 वर्षीय आर्यन के रूप में हुई है, जो जम्मू-कश्मीर के बड़गाम जिले का रहने वाला था।
घटना सोमवार दोपहर की है, जब आर्यन को परीक्षा हॉल में मोबाइल इस्तेमाल करते हुए एक लेक्चरर ने देख लिया। इसके बाद उसे तुरंत परीक्षा कक्ष से बाहर निकाल दिया गया। इस घटना के बाद आर्यन काफी तनाव में आ गया और हिमालय हॉस्टल की ऊपरी मंजिल पर जाकर एक कमरे में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
छात्र को फेज-6 के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब छात्र का बैग खंगाला, तो उसमें से डिप्रेशन की दवाइयां मिलीं। डीएसपी खरड़ करण सिंह संधू के अनुसार, यह स्पष्ट संकेत है कि आर्यन पहले से मानसिक तनाव से जूझ रहा था और परीक्षा में हुई घटना ने उसकी स्थिति को और बिगाड़ दिया।
कॉलेज प्रवक्ता इंद्रजीत ने बताया कि आर्यन को मोबाइल इस्तेमाल करते पकड़ा गया था और वह पहले से ही डिप्रेशन में था। प्रशासन ने छात्र की आत्महत्या पर गहरा दुख जताया है और कहा है कि इस दुखद घड़ी में कॉलेज पूरी तरह से मृतक के परिवार के साथ है।
यह घटना न केवल शैक्षणिक संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य की गंभीरता को उजागर करती है, बल्कि छात्रों पर पड़ने वाले दबाव को भी सामने लाती है। अब ज़रूरत है कि शैक्षणिक संस्थान छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और समय रहते उन्हें काउंसलिंग और सहायता उपलब्ध कराएं।