– पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने दुख भजन मंदिर में आयोजित भगवान परशुराम जयंती में की शिरकत
– पूर्व राज्यमंत्री ने कल्याण नगर व परशुराम चौक पर आयोजित कार्यक्रमों में भी की शिरकत
कुरुक्षेत्र : हरियाणा के पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि भगवान परशुराम जी महान तपस्वी, वेदों के ज्ञाता और महान योद्घा थे। भगवान परशुराम जी, भगवान विष्णु जी के छठे अवतार माने जाते हैं। इस धरा पर उनका अवतरण न्याय की स्थापना के लिए हुआ था। वे एक ऐसे अवतार हैं, जो चिरंजीवी माने जाते हैं, यानी वे आज भी जीवित हैं। यह बात केवल आस्था की नहीं है। यह विश्वास का वह स्तंभ है, जिस पर भारतीय संस्कृति की नींव टिकी हुई है।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा मंगलवार को दुख भजन मंदिर में श्री ब्रह्मïाण एवं तीर्थोद्घार सभा की तरफ से आयोजित भगवान परशुराम जयंती समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, संरक्षक जय नारायण शर्मा,संस्था के प्रधान यशेन्द्र शर्मा, उप प्रधान नितिन भारद्वाज व यशपाल शर्मा, पूर्व प्रधान केके कौशिक, पूर्व प्रधान श्याम सुंदर तिवारी ने दीप शिखा प्रज्ज्वलित करके विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि आज जब हम विकसित भारत-विकसित हरियाणा बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं, तब भगवान परशुराम जी के आदर्श और उनके संदेश हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने जीवन भर अन्याय के विरुद्ध युद्ध किया, किन्तु कभी निजी स्वार्थ से नहीं, केवल समाज हित और धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र उठाए। इससे हमें सीख मिलती है कि शक्ति का उपयोग तभी करना चाहिए, जब उसका उद्देश्य न्याय और जन-कल्याण हो।
उन्होंने कहा कि आज माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में भारत दुनिया को योग, आयुर्वेद और शांति का मार्ग दिखा रहा है। यह उसी विरासत का परिणाम है, जिसकी नींव भगवान परशुराम जी जैसे हमारे ऋषि-मुनियों और महापुरुषों ने रखी थी। भगवान परशुराम जी ने जो धर्म की स्थापना का मंत्र दिया था, वह आज भी उतना ही प्रासंगिक है। आज जब हम विकसित भारत, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों को आगे बढ़ा रहे हैं, तो जरूरत इस बात की है कि हम भगवान परशुराम जी के दृढ़ संकल्प की तरह ही प्रण लें कि हम भारत को फिर से विश्व गुरु बनाएंगे।
युवाओं को भी भगवान परशुराम जी के जीवन से यह सीख लेनी चाहिए कि यदि आपके पास ज्ञान है।
श्री ब्रहामण एवं तीर्थोद्घार सभा के अध्यक्ष यशेन्द्र शर्मा ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर संस्था के सदस्य केके कौशिक, श्रीप्रकाश मिश्रा, संरक्षक जय नारायण शर्मा, पूर्व प्रधान श्याम सुंदर तिवारी, बाल किशन शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, पवन शर्मा, नरेन्द्र शर्मा, अशोक भारद्वाज,मनोज कौशिक, राजेन्द्र परासर, सतीश शर्मा, दुष्यंत बख्शी, प्रेम अवस्थी, अलोक शर्मा, राज गौड, सतबीर शर्मा, अनिता शर्मा, आशु बाला, सूर्यकांत, अश्वनी विशिष्टï, दीपक शर्मा आदि उपस्थित थे।