हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को कहा कि भाजपा विमल नेगी आत्महत्या मामले में राजनीति कर रही है और इस मुद्दे पर अपनी गुटबाजी से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। सीएम ने बताया कि विमल की पत्नी से उनकी बात हुई है और सरकार ने दो स्तरों पर जांच करवाई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब भाजपा की दिल्ली सरकार ईडी की रेड करवा सकती है, तो इस मामले में CBI जांच के आदेश क्यों नहीं देती।
वहीं, विमल नेगी के परिजनों ने सरकार और कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्नी किरण नेगी और भाई सुरेंद्र ने कहा कि कांग्रेस नेता केवल दिखावे के लिए सहानुभूति जता रहे हैं, जबकि परिवार से कोई संपर्क नहीं किया गया। उन्होंने श्रद्धांजलि सभा में किसी बड़े कांग्रेस नेता की गैरहाज़िरी पर नाराज़गी जताई। परिजनों ने बताया कि तीन अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर विमल ने आत्महत्या कर ली। इनमें डायरेक्टर देसराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज है, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है, जबकि पूर्व एमडी हरिकेश मीणा से पुलिस आज पूछताछ करेगी।
18 मार्च को गोविंदसागर झील में विमल नेगी का शव मिला था, जो 14 मार्च को डूबने से मौत का शिकार हुए थे। मामले में परिवार अब हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर CBI जांच की मांग करने वाला है।