चंडीगढ़ दिनभर।
चंडीगढ़: बिजनेसमैन को झूठे मुनाफे का झांसा देकर 40 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने खुद को सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर बताकर व्यक्ति को निवेश के लिए उकसाया और फर्जी मोबाइल ऐप के जरिए उसके पैसे हड़प लिए। जब पीडि़त को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हो रही है, तो उसने साइबर थाना सेक्टर-17 में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
चंडीगढ़ के सेक्टर-35 निवासी परमजीत सिंह, जो एक सफल बिजनेसमैन हैं, को एक अनजान व्यक्ति का फोन आया। आरोपी ने उन्हें शेयर बाजार में निवेश करने के लिए प्रेरित किया और 20 प्रतिशत मुनाफे का लालच दिया। उन्होंने परमजीत को एक फर्जी मोबाइल ऐप डाउनलोड करने को कहा, जहां निवेश की प्रक्रिया दिखाई गई।
शुरुआती विश्वास हासिल करने के लिए, परमजीत ने 5 लाख रुपए निवेश किए, जिसके बाद उनके खाते में 20 प्रतिशत मुनाफा दिखाया गया। यह देखकर वह और अधिक पैसे निवेश करने के लिए तैयार हो गए और धीरे-धीरे 25 लाख रुपए और डाल दिए।
जब उन्होंने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो आरोपी ने बहाना बनाया कि ऐप ब्लॉक हो गया है और इसे अनब्लॉक करने के लिए 5 लाख रुपए और जमा करने होंगे। इसके बावजूद जब पैसा नहीं मिला, तो ठगों ने “टैक्स” के नाम पर और रकम जमा करवाई। इस तरह कुल 40 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। जब परमजीत ने अपना पूरा पैसा वापस मांगने की कोशिश की, तो आरोपी ने उन्हें सभी प्लेटफॉर्म पर ब्लॉक कर दिया।
कैसे देते हैं ठग झांसा?
फर्जी ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट: ठग नकली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाकर निवेशकों को भारी मुनाफे का लालच देते हैं। पहले कुछ रिटर्न दिखाकर भरोसा जीतते हैं और फिर अचानक ऐप और वेबसाइट बंद कर देते हैं।
सोशल मीडिया पर जाल: ये ठग टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप में खुद को फाइनेंशियल एक्सपर्ट बताकर निवेश की सलाह देते हैं और लोगों को ठगते हैं।
फर्जी ब्रोकर बनकर फंसाना: आरोपी खुद को सेबी रजिस्टर्ड बताकर हाई-रिटर्न देने वाली स्कीम में निवेश करने को कहते हैं, जिससे निवेशक झांसे में आ जाते हैं।
पोंजी स्कीम का खेल: नए निवेशकों से पैसे लेकर पुराने निवेशकों को भुगतान किया जाता है, लेकिन जब नए निवेशक नहीं मिलते, तो स्कीम बंद कर दी जाती है और निवेशकों का पैसा डूब जाता है।
फ्रॉड कॉल और मैसेज: ठग लोगों को फोन कर या मैसेज भेजकर शेयर मार्केट, क्रिप्टोकरेंसी और फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए उकसाते हैं।
फर्जी ट्रेडिंग अकाउंट हैंडलिंग: कुछ लोग खुद को एक्सपर्ट बताकर दूसरों के पैसे से ट्रेडिंग करने की बात करते हैं और फिर रकम लेकर फरार हो जाते हैं।
चंडीगढ़ दिनभर की अपील: चंडीगढ़ दिनभर ने लोगों से अपील करता हैं कि किसी भी अनजान निवेश योजना में बिना जांच-पड़ताल के पैसा न लगाएं। यदि कोई व्यक्ति खुद को सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर बताकर संपर्क करता है, तो पहले उसकी प्रमाणिकता जांच लें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध ऐप या वेबसाइट पर निवेश करने से पहले उसकी विश्वसनीयता की पुष्टि करें।