टी एस गुजराल, चंडीगढ़ दिनभर
कालका: पंचकूला जिला व इससे सटे हिमाचल प्रदेश के क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण हेतु डीसीपी क्राइम पंचकूला मुकेश मल्होत्रा की अध्यक्षता में कालका में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य दोनों राज्यों की पुलिस के समन्वय से अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हेतु ज्वाइंट ऑपरेशन चलाने को लेकर रुपरेखा तैयार की गई है।
बैठक में सबसे पहले दोनों राज्यों में सक्रिय नशे के तस्करों और ड्रग पेडलरों की पहचान की जाएगी और यह निर्णय लिया गया कि दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त रूप से सख्त कार्रवाई करेगी। इसके अलावा, यह भी सामने आया कि परवाणू क्षेत्र से कुछ झुग्गियों को शिफ्ट कर पिंजौर और कालका क्षेत्र में बसाया गया है, जिसमें लगभग 1700-1800 लोग हरियाणा क्षेत्र में आ गए हैं। इन स्थानांतरित समूहों में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि, विशेष रूप से एनडीपीएस तस्करी या अन्य गैरकानूनी कार्यों को रोकने के लिए विशेष कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जाएगा।
खनन माफिया पर लगाम लगाने के लिए दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में छापेमारी करेगी। अभी तक, जब एक राज्य की पुलिस कार्रवाई करती थी तो आरोपी दूसरे राज्य की सीमा में जाकर बच निकलते थे, लेकिन अब संयुक्त कार्रवाई से इस समस्या का समाधान होगा। इसी तरह, जबरन वसूली के मामलों पर भी चर्चा हुई, क्योंकि हिमाचल में काम करने वाले कई व्यापारी पंचकूला में रहते हैं। ऐसे में बद्दी और परवाणू क्षेत्र में सक्रिय अपराधी गिरोहों की पहचान कर हिमाचल पुलिस और पंचकूला क्राइम ब्रांच द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाएगी।
अवैध शराब की तस्करी के मुद्दे पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान कुछ गुप्त रास्तों की पहचान की गई, जहां पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से छापेमारी की जाएगी। उत्तर प्रदेश और बिहार से आने वाली बसों की संदिग्ध गतिविधियों की भी निगरानी रखी जाएगी, क्योंकि इनके माध्यम से नशे और अवैध हथियारों की तस्करी की आशंका जताई गई है। इसलिए दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर इन बसों की विशेष जांच करेगी।
बैठक में मंदिर चोरी के मामलों पर भी मंथन किया गया, क्योंकि पंचकूला क्षेत्र में हुई मंदिर चोरी की घटनाओं का संबंध हिमाचल में हुई चोरियों से पाया गया है। इस संदर्भ में अपराधियों की पहचान और उनकी कार्यप्रणाली को समझते हुए कड़ी निगरानी रखने का निर्णय लिया गया। वाहन चोरी और सेंधमारी के मामलों को लेकर भी दोनों राज्यों की पुलिस ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
इसके अतिरिक्त, बैठक में उन भगोड़े अपराधियों (PO) और ज़मानत के बाद फरार हुए अपराधियों की सूची साझा की गई, जिन्हें पकड़ने के लिए दोनों राज्यों की पुलिस आपसी सहयोग से कार्य करेगी। वहीं, हिमाचल की सीमा में रहने वाले, लेकिन हरियाणा में नशे के कारोबार में शामिल अपराधियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उनकी संपत्तियों को ध्वस्त किया जाएगा।
बैठक के दौरान दोनों राज्यों की पुलिस अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया, जिसके माध्यम से अपराधों से संबंधित जानकारी साझा की जाएगी। इस बैठक से यह स्पष्ट हुआ कि दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर संगठित अपराध और अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस मौके पर एसीपी क्राइम पंचकूला अरविंद कंबोज, पंचकूला की सभी क्राइम यूनिट के इंचार्ज, कालका, पिंजौर, बद्दी, सोलन, परवाणू, बारोटीवाला के थाना प्रभारी मौजूद थे।