हिमांशु शर्मा, चंडीगढ़: मनीमाजरा में 50 बेड का ट्रॉमा सेंटर बनने का रास्ता आखिरकार साफ हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय से प्रोजेक्ट को मंजूरी तो पहले ही मिल चुकी थी, लेकिन जगह न मिलने के कारण निर्माण में देरी हो रही थी। अब नगर निगम ने मनीमाजरा सिविल अस्पताल के सामने खाली पड़ी 5 एकड़ जमीन स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी है, जहां यह ट्रॉमा सेंटर बनाया जाएगा।
गंभीर मरीजों को मिलेगा त्वरित इलाज
मनीमाजरा और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को अब सेक्टर-16 अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे गंभीर मरीजों को समय पर इलाज मिल सकेगा। इस ट्रॉमा सेंटर में 50 बेड की सुविधा होगी और ऑर्थोपेडिक्स, इमरजेंसी सर्जरी जैसी सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
डॉक्टर और स्टाफ की भर्ती होगी जल्द
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ट्रॉमा सेंटर का सेटअप तैयार होने के बाद डॉक्टर और अन्य स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वर्तमान में मनीमाजरा सिविल अस्पताल में सीमित सुविधाएं हैं, जहां केवल गायनी, मेडिसिन और जनरल वार्ड के अलावा इमरजेंसी के लिए 13 बेड रिजर्व हैं। गंभीर मामलों में मरीजों को रेफर करने की जरूरत पड़ती है, लेकिन नए ट्रॉमा सेंटर के बनने से यह समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
हर दिन हजारों मरीजों का इलाज होता है
मनीमाजरा अस्पताल में न सिर्फ स्थानीय बल्कि पंचकूला, किशनगढ़, मौली जागरण, मॉडर्न हाउसिंग कॉम्प्लेक्स और अन्य क्षेत्रों से भी मरीज आते हैं। यहां हर दिन करीब 1000 से 1500 मरीज ओपीडी में इलाज करवाते हैं, जबकि इमरजेंसी में 100 से 200 मरीज पहुंचते हैं। फिलहाल गंभीर मामलों में हर तीसरा मरीज किसी अन्य अस्पताल रेफर किया जाता है, लेकिन ट्रॉमा सेंटर बनने के बाद स्थानीय स्तर पर ही इलाज संभव होगा।
समाजसेवियों और प्रशासन ने किया स्वागत
स्थानीय समाजसेवी रामेश्वर गिरी ने कहा कि मनीमाजरा के सिविल अस्पताल में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब 23 करोड़ रुपए की मंजूरी के साथ 50 बेड का ट्रॉमा सेंटर बनने जा रहा है। यह परियोजना शहरवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी।
स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुमन ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 23 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत कर दिया गया है और जल्द ही ट्रॉमा सेंटर का निर्माण कार्य शुरू होगा।