पंजाब के मोगा जिले में स्थानीय लोगों ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से आने वाले वाहनों की जांच के लिए विशेष नाके लगाए हैं। यह नाके उन गाड़ियों पर नजर रखने के लिए लगाए गए हैं, जो किसान आंदोलन की लोकेशन से लौट रही हैं। ग्रामीणों का दावा है कि आंदोलनस्थल से चोरी किए गए वाहन और कीमती सामान कई जिलों में ले जाए जा रहे हैं। इसलिए वे खुद ही चौकसी बरत रहे हैं, ताकि चोरी के सामान को पकड़ा जा सके।
गौरतलब है कि किसान आंदोलन के खत्म होने के बाद कई ट्रैक्टर-ट्रालियां और महंगे सामान जैसे ए.सी., प्लेटें, बेड, फ्रिज, पंखे आदि चोरी होने की खबरें सामने आई थीं। मोगा के डरोली खेड़ा और आसपास के गांवों में ग्रामीणों ने अपने स्तर पर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी है। नाके लगाने वाले लोगों ने बताया कि पंजाब सरकार ने किसान आंदोलन पर अचानक कार्रवाई की, जिससे किसानों को अपना सामान समेटने का समय नहीं मिला। ऐसे में उनके कई ट्रैक्टर-ट्रालियां एकांत जगहों पर खड़े रह गए, जिनमें से कई चोरी हो गए।
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि यदि किसी वाहन से चोरी किया गया सामान बरामद होता है तो वे संबंधित अधिकारियों को सूचना देकर कानूनी कार्रवाई करवाएंगे। उन्होंने कहा कि आसपास के गांवों में भी इस तरह की चौकसी बढ़ा दी गई है, ताकि किसानों के सामान को चोरी होने से बचाया जा सके और दोषियों को पकड़ा जा सके।