चंडीगढ़ में आउटसोर्स वर्करों को तीन महीने से वेतन न मिलने के विरोध में कोऑर्डिनेशन कमेटी के बैनर तले भूख हड़ताल का आज 18वां दिन रहा। इस दौरान कर्मचारियों ने झंडे लेकर रोष मार्च निकाला और अपनी मांगों को लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने उपायुक्त (DC) को मांग पत्र भी सौंपा, जिसे एसडीएम सेंट्रल नवीन दानिक्स ने प्राप्त किया। मांग पत्र में विभागों द्वारा आउटसोर्स वर्करों को वेतन न देने पर सख्त कार्रवाई करने, डीसी रेट में 10% बढ़ोतरी करने और सभी वर्गों के वेतन में समान वृद्धि की मांग की गई।
आज भूख हड़ताल पर अलग-अलग विभागों के 23 कर्मचारी बैठे, जिनमें नगर निगम, स्पोर्ट्स विभाग, रोड एडमिन, बिल्डिंग मेंटेनेंस, पब्लिक हेल्थ और इलेक्ट्रिकल एडमिन के कर्मचारी शामिल थे। इस मौके पर कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रधान सतिंदर सिंह, महासचिव राकेश कुमार, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजिंदर कुमार, कैशियर किशोरी लाल सहित अन्य नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।
नेताओं ने प्रशासन और लेबर विभाग की नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि बार-बार अनुरोध के बावजूद आउटसोर्स वर्करों का वेतन जारी नहीं किया जा रहा है। प्रशासकीय आदेशों और श्रम कानूनों का उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे कर्मचारियों को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द वेतन जारी नहीं किया गया तो 28 मार्च तक भूख हड़ताल जारी रहेगी। इसके बाद 29 मार्च को यूटी कर्मचारियों की कन्वेंशन आयोजित होगी, जिसमें 8 अप्रैल को चंडीगढ़ सचिवालय के घेराव की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। कर्मचारियों ने मांग की कि उच्च अधिकारियों के साथ वार्ता कर लंबित वेतन भुगतान और अन्य मांगों पर जल्द निर्णय लिया जाए ताकि कर्मचारी-प्रशासनिक संबंधों में सुधार हो सके।