हरियाणा के रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (UHSR) में MBBS एनुअल और सप्लीमेंट्री एग्जाम में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। जांच कर रही अनुशासन समिति ने एक निजी मेडिकल कॉलेज के छात्रों के नंबरों में गड़बड़ी पाई है। PGIMS रोहतक के निदेशक और जांच समिति के अध्यक्ष डॉ. एसके सिंघल ने इसकी पुष्टि की है।
जांच में खुलासा हुआ कि छात्रों की आंसर शीट पर दिए गए नंबर और अवॉर्ड लिस्ट में दर्ज नंबर आपस में मेल नहीं खाते। यानी, कुछ छात्रों के अंकों में हेरफेर किया गया, जिससे उन्हें परीक्षा में ज्यादा नंबर मिले। समिति इस गड़बड़ी में शामिल लोगों की पहचान करने में जुटी है और जल्द ही पुलिस को सबूत सौंपेगी।
सूत्रों के मुताबिक, यह घोटाला ‘डायरेक्ट सिस्टम’ के नाम से चलाया जा रहा था। इसमें रैकेटियर छात्रों से बड़ी रकम लेकर उनके नंबरों में हेरफेर करते थे। रिजल्ट घोषित होने से कुछ दिन पहले अवॉर्ड लिस्ट में नंबर बदले जाते थे ताकि छात्र पास हो जाएं। इस पूरे मामले का खुलासा एक MBBS छात्र ने किया था, जिसने जनवरी में UHSR प्रशासन को इसकी शिकायत दी थी। इसके बाद जांच समिति बनाई गई, जिसने इस गड़बड़ी की पुष्टि कर दी। पहले की गई जांच में भी इस अवैध गतिविधि के संकेत मिले थे। अब समिति पुलिस के साथ मिलकर इस घोटाले में शामिल रैकेटियरों की पहचान कर रही है ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।