पुनीत महाजन, चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ :
चंडीगढ़ समेत ट्राइसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट की आवश्यकता पर जोर देते हुए
सांसद मनीष तिवारी ने 21 हजार करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के लिए फंडिंग का
व्यावहारिक समाधान दिया है। उन्होंने कहा कि 10 हजार करोड़ रुपए केंद्र सरकार
दे, जबकि 11 हजार करोड़ रुपए का योगदान चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा मिलकर करें।
यह प्रस्ताव सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस में एडवाइजरी काउंसिल की
ट्रांसपोर्ट सब-कमेटी की बैठक के दौरान रखा गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए
तिवारी ने कहा कि ट्राइसिटी में मेट्रो का निर्माण अब अपरिहार्य है, क्योंकि
अगले 10 वर्षों में निजी गाड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि होगी, जिससे
यातायात प्रबंधन असंभव हो जाएगा।
मेट्रो प्रोजेक्ट में देरी पर जताई चिंता
सांसद ने मेट्रो प्रोजेक्ट में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त की और अधिकारियों
को निर्देश दिया कि इस मुद्दे को युनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी
(यूएमटीए) की आगामी बैठक में प्राथमिकता से उठाया जाए। तिवारी ने कहा कि
मेट्रो चंडीगढ़ के साथ मोहाली और पंचकूला जैसे इलाकों को भी जोड़ेगी, जिससे
क्षेत्र के लाखों लोगों को लाभ होगा।
सीटीयू बस ऐप को लेकर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत
बैठक में चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) द्वारा लॉन्च किए गए
‘ट्राइसिटी बस’ ऐप पर भी चर्चा हुई। तिवारी ने कहा कि यह एप यात्रियों के लिए
बेहद उपयोगी है, लेकिन जागरूकता की कमी के कारण इसका लाभ सीमित है। उन्होंने
अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस ऐप की जानकारी हर यात्री तक पहुंचाई जाए।
ईवी चार्जिंग स्टेशन की स्थिति पर सवाल
सांसद ने शहर में इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग स्टेशनों की स्थिति पर भी
सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि वर्तमान में कितने स्टेशन चालू हैं और कितने नए
बनाए जाने की योजना है। साथ ही, मौजूदा स्टेशनों की हालत में सुधार के लिए भी
कदम उठाने के निर्देश दिए।
पर्यावरण और यातायात के लिए मेट्रो जरूरी
सांसद तिवारी ने जोर देकर कहा कि मेट्रो प्रोजेक्ट न केवल ट्राइसिटी के
यातायात को बेहतर बनाएगा बल्कि क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के लिए भी यह
बेहद जरूरी है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से इस प्रोजेक्ट को जल्द
शुरू करने के लिए संयुक्त प्रयास करने की अपील की।