पंचकूला। ठंड के इस मौसम में गर्मी पाने की कोशिश ने पंचकूला के अभयपुर में
तीन बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया। शनिवार सुबह करीब 10 बजे, अभयपुर
इलाके में रहने वाले तीन बच्चे सबरीना (8 साल), सलीम (7 साल), और शाहिदा (5
साल) आग सेकने की कोशिश में गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के बाद बच्चों को
सेक्टर-6 के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी
हुई है।
घटना के बारे में बच्चों के पिता मोहम्मद अखबर ने बताया कि सुबह के समय ठंड से
बचने के लिए बच्चों ने घर के बाहर कूड़ा-कचरा इकट्ठा किया था। बच्चों ने जैसे
ही आग जलाई, थोड़ी ही देर में तेज धमाका हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि तीनों
बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। धमाके की आवाज सुनकर आस-पास के लोग और परिजन मौके
पर पहुंचे और तुरंत बच्चों को अस्पताल लेकर गए।
ब्लास्ट के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। स्थानीय लोगों का मानना है कि
कूड़े में कोई ज्वलनशील पदार्थ मौजूद हो सकता है, जैसे कि पेट्रोल या गैस का
डिब्बा, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। पुलिस और प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर
दी है और विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ब्लास्ट
कैसे हु
इस घटना के बाद अभयपुर इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग प्रशासन से
मांग कर रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और ऐसे
खतरनाक कचरे को इकट्ठा करने पर रोक लगाई जाए।
डॉक्टरों के अनुसार बच्चों की स्थिति
सेक्टर-6 नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बच्चों के शरीर का बड़ा
हिस्सा झुलस गया है और उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने कहा कि स्थिति गंभीर
है लेकिन बच्चे खतरे से बाहर हो सकते हैं अगर सही समय पर इलाज पूरा हुआ।
परिजनों की हालत दयनीय
हादसे के बाद बच्चों के माता-पिता का बुरा हाल है। पिता मोहम्मद अखबर ने
मीडिया से बातचीत में कहा, “हम गरीब लोग हैं। हमारे बच्चे ठंड से बचने के लिए
आग जला रहे थे। हमें नहीं पता था कि ऐसा हादसा हो जाएगा। अब हमारी पूरी उम्मीद
डॉक्टरों और प्रशासन पर है।”
प्रशासन ने दिए मदद के आश्वासन
पंचकूला प्रशासन ने बच्चों के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
स्थानीय विधायक ने अस्पताल का दौरा कर बच्चों के परिजनों को भरोसा दिलाया कि
इलाज का पूरा खर्च प्रशासन उठाएगा।