मोहाली 9 जनवरी । निकटवर्ती गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां
में दसवीं का दिवस बड़ी श्रद्धा और उत्साहपूर्वक के साथ मनाया गया । इस दिवस के
उपलक्ष्य में प्रातः 9 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी का भोग डाला गया। इसके बाद
पूरे दिन धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया। इस धार्मिक समागम में बीबी जसवीर
कौर जस्स के अंतरराष्ट्रीय पंथिक ढाडी जत्थे ने बुड्ढा दल के सातवें जत्थेदार
एवं श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार धन धन अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनुमान
सिंह जी की जीवन गाथा ढाडी वारों में संगत को सुनाई। उन्होंने संगत को देश,
राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए जुल्म और अत्याचार के खिलाफ जत्थेदार बाबा
हनुमान सिंह जी की अद्वितीय शहादत के बारे में जानकारी दी। श्री दरबार साहिब,
अमृतसर के निवासी रागी भाई दविंदर सिंह जी ने अपने मधुर कीर्तन के माध्यम से
दिव्य बाणी में लीन होकर संगत को गुरु के साथ जोड़ने का प्रयास किया। शिरोमणि
प्रचारक भाई जरनैल सिंह जी लुधियाना वालों ने अपने प्रवचनों के माध्यम से खंडे
बाटे के अमृत का महत्व समझाया तथा संगत को अमृतपान कर गुरु वाले बनने के लिए
प्रेरित किया। इसके अलावा लुधियाना के भाई जोगिंदर सिंह, कोटकपूरा की बीबी
मनप्रीत कौर जी, पटियाला के भाई गुरदेव सिंह जी, श्रीनगर के भाई गुरतेग सिंह
जी, बीबी जसप्रीत कौर, भाई जसविंदर सिंह, आनंदपुर साहिब के भाई संदीप सिंह जी
के जत्थे गुरुद्वारा सिंह शहीदों के हजूरी जत्थे भाई इंद्रजीत सिंह, भाई
हरबख्श सिंह, भाई गुरमीत सिंह और भाई सुखविंदर सिंह ने कथा, कीर्तन, कविश्री
और गुरमति विचारों के माध्यम से हरि का गुणगान कर दिनभर संगत को निहाल किया।
सभी ग्रुपों को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। दसवीं दिन हजारों श्रद्धालुओं
ने इस स्थान के पवित्र सरोवर में स्नान किया। प्रत्येक विभाग के विशेषज्ञ
डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जांच की गई तथा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा
निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई गईं। इस दिन आयोजित अमृत संचार में बड़ी संख्या
में लोग खंडे बाटे का अमृत ग्रहण कर गुरु बने। पूरे दिन गुरु का अटूट लंगर
निरंतर चलता रहा। इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रवक्ता ने बताया कि आगामी 14
जनवरी को माई भागो व 40 मुक्तों की याद में गुरमति समागम का आयोजन किया जाएगा।
इस दिन सभी शहीदों की याद में सुबह 9 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी का भोग डाला
जाएगा। इसके बाद श्री दरबार साहिब से हजूरी रागी जत्थे, अंतरराष्ट्रीय ढाडी
जत्थे और उच्च कोटि पंथ के प्रसिद्ध प्रचारक आएंगे। अमृतसर में पूरे दिन हरि
जस का पाठ कर संगत का मनोरंजन किया जाएगा। गुरु का अटूट लंगर वरताया जाएगा।