चंडीगढ़: मनीमाजरा शहर के इकलौते शिवालिक पार्क का हाल इन दोनों अधिकारियों की
लापरवाही से खस्ताहाल हो गई है।शहर वासियों का कहना है। यहां के टॉयलेट पर भी
24 घंटे ताला मिलता है। हजारों की संख्या में शहर के लोग सुबह शाम यहां पर सैर
करने आते हैं। क्या नगर निगम की यह लापरवाही या अधिकारी काम नहीं करना चाहते।
शिवालिक पार्क में एक इकलौती पीने के पानी की टूटी वह भी कई दिनों से बंद पड़ी
है। लोगों का कहना है कई बार शिकायत भी दे चुके हैं लेकिन नगर निगम के
अधिकारियों को कोई फर्क नहीं है। पार्क के टॉयलेट्स पर 24 घंटे ताले लटके रहते
हैं। शहरवासियों को शौचालय की सुविधा न मिलने के कारण काफी परेशानी का सामना
करना पड़ता है।
बच्चों के खेलने के लिए लगाए गए झूले टूटे पड़े हैं, जो न केवल बेकार हो गए
हैं बल्कि दुर्घटनाओं का कारण भी बन सकते हैं। वहीं, लाखों रुपये खर्च कर
बनाया गया झरना भी कई महीनों से बंद पड़ा है।पार्क के कंट्रोल रूम पर भी ताला
लगा है। खिड़कियां और दरवाजे टूटे हुए हैं, जिससे उसकी हालत खंडहर जैसी हो गई
है।
पार्क में सुबह-शाम टहलने आने वाले लोगों ने नगर निगम और अधिकारियों पर
कामचोरी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद
समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।”यह पार्क मनीमाजरा के लोगों के लिए
एकमात्र राहत का स्थान है। लेकिन इसकी हालत देखकर लगता है कि नगर निगम को
हमारी परवाह ही नहीं।”
शिवालिक पार्क की खस्ताहाल स्थिति नगर निगम की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े करती
है। मनीमाजरा के लोग अब इस समस्या को हल करने के लिए प्रशासन से ठोस कदम उठाने
की मांग कर रहे है।
समाजसेवी रामेश्वर गिरी का कहना है। यहां पर अधिकारियों की लापरवाही है। शहर
के इकलौते पार्क का बुरा हाल है। जल्दी नगर निगम कमिश्नर से मिलकर शिकायत की
जाएगी अधिकारियों के खिलाफ।
हरप्रीत सिंह हैप्पी का कहना है रात होते ही पार्क की स्ट्रीट लाइट भी बंद हो
जाती है। शाम को बच्चे पार्क तक नहीं जा सकते।
वार्ड नंबर 6 की पार्षद मैडम सरबजीत कौर का कहना है। अगर पार्क में ऐसी कुछ
कमियां है। कल ही दौरा किया जाएगा जल्द ही कमियों को पूरा किया जाएगा
अधिकारी कोड हॉर्टिकल्चर एसडीओ रोहित गर्ग झूले के लिए एस्टीमेट बनाया गया है।
जल्द ही नए झूले नगर निगम की तरफ से लगा दिए जाएंगे।