चंडीगढ़
मुख्य सचिव, यूटी चंडीगढ़ राजीव वर्मा ने आज चंडीगढ़ सचिवालय में विशिष्ट
पहचान कार्यान्वयन समिति (यूआईडीआईसी) की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें
विभिन्न विभागों के प्रमुख और निदेशक शामिल हुए। इस बैठक में चंडीगढ़ यूटी में
100 प्रतिशत आधार पैठ हासिल करने पर जोर दिया गया और सभी विभागों, खासकर
बैंकों और डाक विभाग को जल्द से जल्द आधार नामांकन किट सक्रिय करने और उपलब्ध
संसाधनों का बेहतर उपयोग करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में भावना गर्ग, डीडीजी यूआईडीएआई आरओ चंडीगढ़ ने बताया कि 0-5 आयु वर्ग
के बच्चों के आधार नामांकन में सुधार के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता है।
उन्होंने टीकाकरण केंद्रों पर आधार किट तैनात करने का सुझाव दिया ताकि इस आयु
वर्ग के बच्चों का आधार नामांकन सुनिश्चित किया जा सके। इसके अलावा, स्वास्थ्य
विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग से सहयोग की अपील की गई ताकि बच्चों के
आधार नामांकन का पूरा कवरेज सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्य सचिव ने बताया कि 5 और 15 वर्ष के बच्चों के लिए अनिवार्य बायोमेट्रिक
अपडेट (एमबीयू) की आवश्यकता है, और इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को एक कार्य
योजना तैयार करने का निर्देश दिया। इससे बच्चों को भविष्य की सरकारी योजनाओं,
छात्रवृत्तियों और शैक्षिक लाभों का लाभ बिना किसी परेशानी के मिल सकेगा।
उन्होंने सभी सरकारी और निजी स्कूलों में शिविर आयोजित करने की आवश्यकता पर
जोर दिया ताकि छात्रों को आधार सेवाओं तक आसान पहुंच मिल सके। इसके साथ ही,
उन्होंने एम-आधार एप्लिकेशन और माय-आधार पोर्टल को बढ़ावा देने की आवश्यकता भी
बताई।
मुख्य सचिव ने चंडीगढ़ यूटी के सभी विभागों को ई-संपर्क केंद्रों और
कार्यालयों में दी जाने वाली सेवाओं के आधार आधारित प्रमाणीकरण की व्यवस्था
सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया। साथ ही, उन्होंने आधार आधारित चेहरा
प्रमाणीकरण उपस्थिति प्रणाली को सभी सरकारी विभागों में लागू करने की बात कही।