आज चंडीगढ़ के सैक्टर 37 स्थित वाटर वर्क्स के सामने द वॉटर सप्लाई वर्कर्स
यूनियन ने आउटसोर्स वर्करों को समय पर वेतन न मिलने और अन्य लंबित मांगों के
विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान नगर निगम चंडीगढ़ का पुतला भी फूंका
गया और नारेबाजी की गई। प्रदर्शन का आयोजन कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड
एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के बैनर तले किया गया।
प्रदर्शन में शामिल वर्करों को संबोधित करते हुए कमेटी के अध्यक्ष सतिंदर
सिंह, महासचिव राकेश कुमार, यूनियन के प्रधान राजिंदर कुमार, महासचिव जगमोहन
सिंह, और वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलवंत सिंह ने कहा कि नगर निगम मजदूरों और
कर्मचारियों की मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि
जब तक मांगों का समाधान नहीं होता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
प्रमुख मांगें:
1. प्रशासकीय निर्देशों के अनुसार, आउटसोर्स वर्करों को हर महीने 7 तारीख को
वेतन दिया जाए।
2. 2019 की लंबित सैलरी का एरियर और पेंडिंग तेल/साबुन जल्द उपलब्ध कराया जाए।
3. 31.12.1996 के बाद 10 साल पूरा करने वाले डेली वेज वर्करों को 13.03.15 की
पॉलिसी में बदलाव कर नियमित किया जाए।
4. समान काम के लिए समान वेतन लागू किया जाए।
5. यूनियन को नगर निगम कमिश्नर से जल्द बैठक का समय दिया जाए।
प्रदर्शन में यूनियन के पदाधिकारियों सतिंदर सिंह, राजिंदर कुमार, जगमोहन
सिंह, बलवंत सिंह, सुरिंदर कुमार, राकेश कुमार, अनिल कुमार, सुरेश कुमार,
किशोरी लाल, राहुल वैध, नरेश कुमार, वरिंदर बिष्ट, और रघुवीर सिंह ने भाग
लिया। सभी ने नगर निगम चंडीगढ़ की गैर-जिम्मेदाराना रवैये की कड़ी निंदा की।
यूनियन ने घोषणा की कि यदि उनकी मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो अगला
बड़ा प्रदर्शन 24 जनवरी को किया जाएगा।