हिमांशु शर्मा
चंडीगढ़: चंडीगढ़ सेक्टर 17 लाइसेंस अथॉरिटी के बाहर चल रहा है,दलालो बड़ा खेल
आखिर कौन है यह लोग डिपार्टमेंट के बाहर बड़ा खेल चल रहा है। आम जनता को
सुविधा देने के लिए लगाए गए हेल्प डेस्क का हाल केवल नाम मात्र रह गया है।
इसकी आड़ में दलाल खुलेआम सक्रिय हैं और लोगों को ठग रहे हैं।RLA डिपार्टमेंट
में ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन और ट्रांसफर जैसी सेवाओं के
लिए रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं। लेकिन यहां आने वाले नागरिकों को सीधे सेवा
मिलने के बजाय, दलालों के चंगुल में फंसाया जा रहा है। ये दलाल कागजात जल्द
तैयार करवाने और लाइसेंस बनवाने के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे हैं।
सरकार द्वारा जनता की सुविधा के लिए लगाए गए हेल्प डेस्क का काम समस्याओं का
समाधान करना है। लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि हेल्प डेस्क केवल नाम के
लिए मौजूद है। दलाल हेल्प डेस्क को दरकिनार कर सीधे लोगों को अपनी ओर खींचते
हैं और उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं। चंडीगढ़ दिनभर के पास इसके पुख्ता
सबूत भी हैं। यह पूरा खेल प्रशासन की आंखों के सामने चल रहा है, लेकिन
कार्रवाई के नाम पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। आरएलए विभाग में अनुचित
व्यवहार और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। सवाल उठता है कि
ये दलाल आखिर कहां से आते हैं और इन्हें कौन संरक्षण दे रहा है? क्या आरएलए
विभाग में कुछ अंदरूनी लोग भी इस रैकेट में शामिल हैं?
यहां मौजूद दलाल नागरिकों को झूठे वादों के जरिए अपनी ओर खींचते हैं। लाइसेंस
और अन्य कागजात को जल्द तैयार करवाने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम वसूलते हैं।
प्रशासन द्वारा स्थापित हेल्प डेस्क मात्र दिखावे के लिए मौजूद है।
क्या यह सब अधिकारियों की मिली भगत से चल रहा है या अधिकारियों के इसके बारे
कुछ नहीं पता। या इस मामले को अनदेखा किया जा रहा है।RLA विभाग के भ्रष्टाचार
और दलालों के इस नेटवर्क को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाना बेहद जरूरी है।
प्रशासन को चाहिए कि वह हेल्प डेस्क को सक्रिय करे और दलालों पर कड़ी कार्रवाई
करे