चंडीगढ़:
शहर में साइबर ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हाल ही में
चंडीगढ़ एजुकेशन बोर्ड से रिटायर्ड डीपीआई महिला के साथ 80,000 रुपये की
ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया। पीड़िता ने मामले की शिकायत चंडीगढ़ साइबर सेल
को दी, जिसके बाद मामलें में कार्रवाई करते हुए साइबर सेल ने 24 घंटे के भीतर
महिला के खाते में पूरे पैसे वापस करा दिए।
रिटायर्ड डीपीआई महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें एक फोन आया,
जिसमें उनके क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी मांगी गई। कॉल पर मौजूद व्यक्ति
ने कार्ड के ब्लॉक होने की झूठी बात बताई और उनकी व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर
ली। इसके कुछ ही देर बाद उनके बैंक खाते से 80,000 रुपये कट गए।जैसे ही महिला
ने साइबर सेल को घटना की सूचना दी, टीम ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस
ने बैंक और संबंधित डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म से संपर्क किया और समय पर
ट्रांजैक्शन को रद्द करवाया। साइबर सेल की की तेज कार्रवाई की वजह से पीड़िता
का पैसा खाते में वापस आ गया।*किया जा रहा साइबर सेल द्वारा जागरूकता *
चंडीगढ़ साइबर सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर रोहताश के नेतृत्व में साइबर
जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत स्कूल, कॉलेज और अन्य
संस्थानों में जाकर लोगों को साइबर सुरक्षा के उपाय बताए जा रहे हैं। साइबर
ठगी से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
*साइबर ठगी से बचने के उपाय*
1. अनजान कॉल और मैसेज पर विश्वास न करें: अगर कोई कॉल करके बैंक या
क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी मांगे, तो उसे साझा न करें।
2. व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: ओटीपी, पासवर्ड, पिन कोड जैसी जानकारी
कभी भी किसी के साथ साझा न करें।
3. सिक्योर वेबसाइट्स का उपयोग करें: केवल भरोसेमंद और सिक्योर वेबसाइट्स
या एप्स पर ही ऑनलाइन लेनदेन करें।
4.अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अनजान ईमेल, मैसेज, या लिंक पर
क्लिक करने से बचें।
5. संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करें:किसी भी साइबर ठगी का शिकार होने
पर तुरंत साइबर सेल को सूचना दें।